जयपुर. सिरोही के युवक पंकज सुथार की हत्या के मामले में विधानसभा (Rajasthan Vidha Sabha) में मंत्री के जवाब नहीं देने से नाराज निर्दलीय विधायक (Independent MLA) संयम लोढ़ा (Sanyam Lodha) सोमवार को सदन की वेल में आकर धरने पर बैठ गए. शून्यकालन के दौरान संयम लोढ़ा ने पंकज सुथार की हत्या का मामला उठाते हुए सरकार से इस पर जवाब देने की मांग की, किसी मंत्री ने इस पर जवाब नहीं दिया तो संयम लोढ़ा ने आपत्ति की. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा को आगे बोलने की अनुमति नहीं दी, इस पर नाराज संयम लोढ़ा वेल में आकर धरने पर बैठ गए. इस मामले में संयम लोढ़ा की अध्यक्ष से हल्की नोकझोंक भी हो गई.
स्पीकर ने सीट पर जाने को कहा, लेकिन लोढ़ा नहीं माने
विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा, "वेल में आने की परंपरा को खत्म करने पर देश भर में बहस चल रही है. छत्तीसगढ़ में वेल में आने पर शेष दिन के लिए सदन से निकालने का प्रावधान है." उन्होंने कहा कि देश में यह बहस चल रही है कि वेल में आने वालों को सदन से निष्कासित किया जाए. अध्यक्ष सीपी जोशी ने संयम लोढ़ा से वेल से उठकर सीट पर जाने को कहा, लेकिन लोढ़ा नहीं माने.
शून्यकाल में विधायकों ने रखी अपनी-अपनी डिमांड
सदन में शून्यकाल में विधायकों ने जनता की मांगों और समस्याओं से जुड़े कई मुद्दे उठाए गए. कांग्रेस विधायक मदन प्रजापत ने शून्यकाल में जहां बालोतरा को जिला बनाने की मांग उठाई. वहीं भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने शून्यकाल में बच्चों की तस्करी रोकने के लिए सरकार से अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसे कई गिरोह सक्रिय हैं. सरकार इस पर प्रभावी रोक लगाए.
मदन प्रजापत ने कहा कि बालोतरा जिला बनने के पूरे मापदंड रखता है, जनता की मांग को देखते हुए इसी बजट में बालोतरा को जिला घोषित किया जाए. उधर, भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने राजधानी जयपुर में सोसाइटीज की कॉलोनियों में सुविधाओं के अभाव का मुद्दा उठाया और कहा कि गृह निर्माण सहकारी समितियों की कॉलोनियों में सड़क, पानी, बिजली, सीवरेज, नाली की सुविधाएं नहीं है.